धारा करवा चौथ अब लागू नहीं है
पश्चिम की हवा ने इंडिया में कही है.
पति के अलावा सब जायज़ हैं साथी
पत्नी के लिए पति बाधा नहीं है.
किसी को बुलाओ किसी के घर जाओ
व्यभिचार अब अपराध ही नहीं है.
एक हो तो मनाएँ करवाचौथ भी खुशी से
क्वार के बौरायों को क्या कुछ कमी है!
संपत्ति नहीं पत्नी कोई किसी भी पति की
मेरी नहीं न्यायविदों की कही है.
शादी शुदा का बस लाइसेंस ले लो
जो मर्ज़ी में आए वही करना सही है.
निभा लो भले चाहे रिश्ते पुराने
नए 'गर बना लो मनाही नहीं है.
बराबर का दर्जा है औरत मरद का
पत का पतन भी बराबर सही है.
पत तो गई अब पत्नी पति से,
वाइफ -हसबैंड ही कहना सही है.
पता है "शुभम" हम हो गए अमरीका
दकियानूसी वे बातें मुनासिब नहीं हैं.
💐शुभमस्तु!
✍🏼रचयिता
©डॉ. भगवत स्वरूप"शुभम"
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