श्यामसुंदर के देश में
रंग गोरा सुंदर कहलाता है।
पोत फेश पर फेयर & लवली
मानव मन बहलाता है।
'गर चेहरा हो जाता गोरा
तन पर क्रीम लगानी होती।
जो ट्यूबों में आती है
बड़े ड्रमों में लानी होती।
एशियन पेण्ट की तरह
देह की दीवारें सज जातीं गोरी।
फिर कान्हा के देश में सांवल
रह नहीं पाते छोरा - छोरी।
दूल्हा - दुल्हिन गोरे होते
भैंस न मिलती होतीं गायें।
श्याम सुंदर के देश में होतीं
मात्र 'शुभम' गोरी ही माएँ।।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की
हार्दिक शुभकामनाएं
शुभमस्तु !
✍🏼रचयिता©
डॉ. भगवत स्वरूप "शुभम"
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