-1-
चोरों का चीफ़
महाचोर ही होगा
गरेबाँ झाँको।
-2-
नेता को दोष
जनता ही सदोष
ख़ुद को आँको।
-3-
रिश्वत दी
उन्होंने भी ले ली
स्वयं को जाँचों।
-4-
मीठा भाषण
थोथा आश्वासन
खुशी में नाचो।
-5-
जैसी जनता
वैसा उसका नेता
रोना ये कैसा?
-6-
पीलिया ईंट
जनता बड़ी ढीठ
बने हैं शौचालय।
-7-
खेत में जाना
फ़िर क्यों बनाना
इज्जतघर।
-8-
अवा ख़राब
निज़ाम बेहिसाब
नेता भी वैसा।
-9-
चाहिए पैसा
मिले ऐसा या वैसा
ईमान कैसा?
-10-
इसी बीच से
सना हुआ कीच से
निर्मल कैसा?
💐शुभमस्तु !
✍🏼©रचयिता
डॉ. भगवत स्वरूप"शुभम"
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