मंगलवार, 7 अगस्त 2018

ये सभी नारे हैं

अच्छे दिन की बात ,ये सभी नारे हैं
सबके विकास की बात, ये सभी नारे हैं.

जिनके दिन अच्छे हुए, चैन से भोग रहे
बिगड़े जिनके हालात ये सभी नारे हैं.

सिमटा विकास धनपतियों तक सब जान रहे
यहाँ ढाक के ढाई पात ये सभी नारे हैं.

कभी साथ सभी का मिला जहाँ में मिला किसे!
यहाँ भाई भाई मनभेद ये सभी नारे हैं.

कुतियां सब जाएँ इंग्लैंड कौन भिर चाटे फिर
सबकी शिक्षा की बात ये सभी नारे हैं.

होते गरीब ही खत्म गरीबी मिट जाए
सबकी समता की बात ये सभी नारे हैं.

पढ़ लिख जाएँ सब लोग इन्हें फिर पूँछे कौन
पीछे चलने को कौन ये सभी नारे हैं.

जब सारे मुद्दे खत्म सियासत का क्या हो?
जब सब होंगे समृद्ध ये सभी नारे हैं.

कोई नेता नहीं भगवान समस्या शून्य करे,
"शुभम" हो जाओ सावधान ये सभी नारे हैं.

💐शुभस्मस्तु !

✍🏼रचयिता©
डॉ. भगवत स्वरूप "शुभम"

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