विद परमिशन बात न कोई,
कितना भी लो ऊँचे बोल।
नाचो कूदो धमाल मचाओ,
वॉल्यूम पूरा लो तुम खोल।।
पर 'गर अनुमति ली न गई तो,
कहलाओ तुम पक्के चोर,
कथा भागवत हो न सकेगी
पड़ जाएगा पुलिस का झोर।।
जायज है अनुमति ले लेना
चाहे कितना बुरा करो,
निज पड़ौस के कान फाड़ दो,
कानून से भी डरा करो।।
इन फरमानों का अनुपालन
हर आम आदमी को करना,
नेता जी या अधिकारी को
कानून करतल में रखना।
अनुमति से कनफोड़ू म्यूजिक
जायज बन सज जाता है,
चोरी -चोरी ध्वनि जो बजाई
नियम -भंग हो जाता है।
इतना खर्चा वहाँ करोगे,
यहाँ भी थोड़ा बनता है।
अनुमति का तो अर्थ यही है,
यह सुविधा हित अच्छा है।।
निर्भय "शुभम" बजाओ घण्टा
लाउडस्पीकर ऑन करो।
मरे कोई बीमार शोर से
निकट स्कूल में शोर करो।।
शुभमस्तु!
©✍डॉ. भगवत स्वरूप"शुभम"
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