शुभ चित्रों को रखें सहेज,
चित्र भेजने से परहेज।
स्मृति पटल घेरते ज़्यादा,
चित्रप्रदूषण से क्या फ़ायदा?
कोलाहल से भरे संदेश।
चित्र भरे संन्देश न भेज।।
नकल मार कॉपी करते हो,
मोबाइल - स्मृति भरते हो,
आता है कट पेस्ट मात्र ही,
कभी कभी तो मौलिक भेज
चित्र भरे सन्देश न भेज।।
बुद्धि सौ गुनी नहीं काम की,
नकल टीपअपने सुनाम की,
पशु मानव में है क्या भेद?
चित्र भरे संदेश न भेज।।
चित्र भेजना मजबूरी हो,
प्रेषण बहुत जरूरी हो,
बना चित्र को इतना आम ,
चित्र भरे सन्देश न भेज।।
एक वीडियो फोटो चार,
करते मोबाइल बीमार,
दवा न उसकी पास तुम्हारे,
चित्र भरे संदेश न भेज।।
भाषा है प्रतीक भावों की,
मनुजबुद्धि क्षमता चावों की,
मत चित्रों की कलम कुरेद।
चित्र भरे संदेश न भेज।।
शुभ रात्रि या सुप्रभात हो,
होली दीपावली साथ हो,
शादी ब्याह जन्मदिन मुंडन,
चित्र भरे संदेश न भेज।
आरक्षित प्रतीक हैं सारे,
इनको भी मानव आजमा रे!
पी डी एफ के भेज संदेश,
चित्र भरे सन्देश न भेज।
मेहमत लगे न बहे पसीना,
ऐसा भी क्या मित्रों जीना!
अपनी धी को 'शुभं 'कुरेद ,
चित्र भरे संदेश न भेज।।
💐शुभमस्तु !
✍🏼रचयिता ©
🌿 डॉ. भगवत स्वरूप "शुभम"
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें