मंगलवार, 1 मार्च 2022

शिव -प्रार्थना 🪦 [ चौपाई ]


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✍️ शब्दकार ©

🪦 डॉ. भगवत स्वरूप 'शुभम'

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जय !जय!!प्रभु भोले शिव शंकर ।

रक्षा करें  विश्व    की    हर  - हर।।

आग    युद्ध    की    भीषण भारी।

रक्षा        करें       रुद्र   त्रिपुरारी।।


काँप     रही        यूक्रेनी     धरती।

रसिया      की    मानवता मरती।।

चलते    तोप,    मिसाइल , गोले।

हरें       कष्ट     शशिशेखर  भोले।।


तांडव     रोक    शांति   को  लाएँ।

कालकंठ     शिव      दृष्टि  घुमाएँ।।

कोई     सबल    अबल   को मारे।

मानव   क्यों   न   उसे  धिक्कारे।।


पुतिन          अहंकारी    हठधारी।

पश्चिम     की    दुनिया ललकारी।।

भूतनाथ,         कामारि ,  कलाधर।

रोकें    युद्ध      पिनाकी    हर -हर।।


जेलेन्स्की     का       मान   बढ़ाएँ।

सत्य -शिखर   प्रभु   अनघ चढ़ाएँ।।

हिंसानल    नित     दहक   रहा है।

यूक्रेनी    ने      ज़ुल्म        सहा है।।


उमाकांत,           जगदीश, जटाधर।

ज्योति    जगाएँ  अत्रि ,     प्रभाकर।।

सर्वनाश      की        धमकी   देता।

बनता      रसिया       विश्व- विजेता।।


अमरीका       भी     मौन    पड़ा है।

उधर     रूस     विक्षिप्त   अड़ा  है।।

जन -  धन     हानि      रोक सर्वेश्वर।

सुख   -   समृद्धि     लाएँ प्रलयंकर।।


जन -  धन    ध्वंश   न   देखा जाता।

क्यों  न  पुतिन   अब   भी शरमाता।।

हे महेश !           सारंग  !!    पुरंदर!

रक्षा    करें    विश्व   की   हर - हर।।


🪴शुभमस्तु !


०१.०३.२०२२◆११.३० आरोहणं मार्तण्डस्य।

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