मंगलवार, 26 फ़रवरी 2019

होली आई ! होली आई!! [बालगीत]

होली आई !  होली आई !!
बाल सखा टोली हरषाई।।

रँग से भरो  श्याम पिचकारी।
फेंको बहुत  दूर  रँग -धारी।।
घर आँगन हर गली -गली में।
गाँव नगर कस्बा नगली  में।।
फ़ागुन ने   खुशियाँ बरसाईं।
होली आई !   होली  आई !!

लाल   हरे   नीले  औ' पीले।
चटख रंग  हैं बहुत सजीले।।
गाल बाल गुलाल  लिपटाए।
खिलखिल करते हैं मुस्काए।।
हर चेहरे की  छवि मनभाई।
होली आई !    होली आई !!

अम्मा बना  रही हैं गुझिया।
पापड़ रसगुल्ले औ'भुजिया
चिप्स   काटते   मेरे   भैया।
दीदी   माँगे   पाँच  रुपैया।।
भर-भर थाली सजी मिठाई।
होली आई !    होली आई !!

होली में   हम     भूनें  बाली।
नाचें बजा- बजा कर ताली।।
देखो राधा    धूल   न  डालो।
रँग गुलाल कितना बरसा लो।
कीचड़ -माटी    नहीं  सुहाई।
होली आई !     होली  आई!!

आओ गले   मिलेंगे  हम तुम।
भेदभाव   की  दूरी हो  कम।।
लें आशीष बड़ों का सिर पर।
चरणों में अपना सिर धरकर।
छोटा -बड़ा न   कोई   भाई!
होली आई !     होली आई!!

💐शुभमस्तु !
✍रचियता ©
डॉ. भगवत स्वरूप 'शुभम'

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