मंगलवार, 29 दिसंबर 2020

समय

 

            [ सायली ]

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✍️ शब्दकार ©

🚸 डॉ. भगवत स्वरूप 'शुभम'

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                    -1-

समय 

सबका सदा

अच्छा नहीं होता

बुरा भी   

नहीं।


                   -2-

जा 

रहा है

दो हजार बीस

आ रहा

इक्कीस।


                     -3-

दोष

क्यों देना

समय को मानवो!

गरेबाँ झाँको

अपना।


                     -4-

अतिक्रमण 

आदमी का 

बुलाता महामारी सदा

दोष देता

अन्यत्र।


                      -5-

दायित्व

नहीं लेता

आदमी अपने ऊपर,

बिगड़े काम

का।


                    -6-

शातिर

बुद्धि का 

इंसान मढ़ता दोष

कोरोना का

 रोना।


                     -7-

प्रदूषण

किया तुमने

कोरोना को दोष

'शुभम'कैसा

रोष।


💐 शुभमस्तु !

27.12.2020◆3.45 अपराह्न।

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