सोमवार, 18 सितंबर 2023

आओ शिव -गौरी के नंदन● [ बालगीत ]

 408/2023

 

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●© शब्दकार

● डॉ.भगवत स्वरूप 'शुभम्'

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आओ  शिव- गौरी के नंदन।

तुम्हें  पूजने  का करता मन।।


शुभदा  गणेश -चतुर्थी वेला।

जहाँ - तहाँ लगते बहु मेला।।

मोदक तुम्हें खिलाते सब जन।

आओ शिव - गौरी के नंदन।।


धूप,पान,फल ,फूल चढ़ाऊँ।

अर्चन कर तव आरति गाऊँ।।

घुँघरू बाँध नाच लूँ छुम छन।

आओ शिव -गौरी के नंदन।।


तुम धन -धान्य ज्ञान के दाता।

शिवजी पिता शिवा तव माता।।

भोग लगाऊँ करें न    ठनगन।

आओ शिव -गौरी के नंदन।।


भादों मास     चतुर्थी   आई।

शुक्ल पक्ष   उजियारी छाई।।

जन्म दिवस विघ्नेश्वर पावन।

आओ शिव - गौरी के नंदन।।


संकट हरो कृपा  कर स्वामी।

पितु सेवी प्रभु     अंतर्यामी।।

'शुभम्'कृपा के डालें शुभ- कन।

आओ शिव -गौरी के नंदन।।


●शुभमस्तु !


17.09.2023◆7.45 प०मा०

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