शनिवार, 3 अगस्त 2019

बलिदान [ विधा: सायली। ]

बलिदान
वीरों       का
व्यर्थ नहीं जाता
देशभक्त   हैं
वे।

जननियाँ
वीरों    की
होती   हैं   विशेष
आम   नारी
नहीं।

जज़्बा
जुनून   जोश
बनाते हैं बलिदानी
मातृभूमि  को
समर्पित।

स्वाधीनता
जिन्होंने   दी
उनका  कृतज्ञ   है
सारा  राष्ट्र
सदैव।

बच्चे
शेरनी  के
अपरिमेय साहस से
भरा   हुआ
हृदय।

जननी
जन्मभूमि मातृभाषा
स्वर्ग        से          भी
 श्रेष्ठ           होती
  हैं।

दूध
सिंहनी का
पीता सिंह शावक
देश रक्षा
हेतु।

 बलिदान
 सहज   नहीं
बच्चों    का  खेल
 नहीं      होता
कभी।

हम
नतमस्तक हैं
बलिदानियों  के प्रति
रहेंगे ऋणी
सदा।

त्याग
बलिदानियों का
मरता नहीं है
'शुभम' कृत्य
उनके।

💐शुभमस्तु !
✍रचयिता ©
🏹 डॉ. भगवत स्वरूप 'शुभम'

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