रविवार, 5 अप्रैल 2020

माँ शारदे ! [ वंदना ]


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✍ शब्दकार ©
🎸 डॉ. भगवत स्वरूप 'शुभम'
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सरस्वती !     हंसासना !!  माँ शारदे।
वीणा    बजाकर विश्व में झंकार दे।।

ज्ञानदा  !   शुचि   ज्ञान  दे   माँ भारती!
हाथ   जोड़े    कर     रहे   हम आरती।।

विश्व   में   काला    अँधेरा   छा  रहा।
हमको   बचाओ आदमी चिल्ला रहा।।

सृष्टि  -  रक्षा    का   विमल उपहार दे।
वागीश्वरी !  नर  जाति  को माँ तार दे।।

तू   शिवा !  शुभदा !! 'शुभम'  आधार दे।
अर्चना        तेरी        करूँ     माँ शारदे।।

💐 शुभमस्तु !

04.04.2020 ◆7.15पूर्वाह्न।

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