〰〰〰〰〰〰〰〰
देश
हमारा एक,
भारत प्यारा एक,
यही हमारी
टेक।
कहाँ
धतूरा फूल,
कहाँ गुलाब की,
शान निराली
मतवाली!
अम्बर
एक ही
धरती भी एक,
बाँट सकोगे
इनको?
रंग
तिरंगे के
एकता के प्रतीक,
सद्भाव की
आवश्यकता।
गंगा
यमुना सरस्वती,
जीवन धारा हमारी,
संगम है
हृदय।
नमस्कार
शुभ प्रभात
नमस्ते प्रणाम सलाम,
सब एक
नाम।
जन्म
यहाँ पर,
मरण यहाँ पर,
गीत गैर
के?
बनना
आदर्श नागरिक,
भारत माता के,
दायित्व हमारा
सबका।
एक
देश है
वेश हैं अनेक ,
हम सब
एक।
लाल
सबका रक्त,
बनें सब भक्त ,
अपनी जननी
के।
💐शुभमस्तु !
✍रचयिता ©
🇮🇳 डॉ. भगवत स्वरूप 'शुभम'
28.1.2020◆5.00पूर्वाह्न।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें