सोमवार, 27 मार्च 2023

श्री रामावतार 🛕 [ चौपाई ]

 134/2023


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✍️ शब्दकार ©

🛕 डॉ. भगवत स्वरूप 'शुभम्'

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चैत्र     शुक्ल     नवमी   बुधवारा।

लिया     राम     अवनी अवतारा।।

त्रेतायुग       की       कथा पावनी।

राजा      दशरथ     दुःख -  दाहनी।।

 

पुरी     अयोध्या     धाम- कहानी।

नित    नवीन     होती  न पुरानी।।

पापी   बढ़े     दनुज   अति भारी।

आए      विष्णु      रूप अवतारी।।


लखन     शत्रुघ्न भरत सँग आए।

त्रय   जननी     के    भाग सुहाए।। 

जनक  -   सुता   भू  - जाई सीता।

बनी     राम    की   शुभ परिणीता।। 


समय-चक्र   विधि   का   था लेखा।

जाना     नहीं    किसी    ने  देखा।।

सीता - हरण    मरण    रावण का।

लिखा नियति ने था तृण-तृण  का।।


हैं    आराध्य राम       प्रिय    मेरे।

हरते     पल      में     दुःख  घनेरे।।

'शुभम्'   राम-सिय    महिमा गाता।

सत्कर्मों      की      लगन दिलाता।।


🪴 शुभमस्तु !

 

27.03.2023◆ 10.15 आ.मा.

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