शुक्रवार, 21 अप्रैल 2023

कच्ची अमिया 🥭 [बाल गीतिका ]

 177/2023


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✍️ शब्दकार ©

🥭 डॉ. भगवत स्वरूप 'शुभम्'

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कच्ची        अमिया     खाए   दीदी।

गुपचुप       हमें         बुलाए    दीदी।।


आँधी       चली         झकोरे    लेती,

बगिया         में        बुलवाए  दीदी।


कहती          चुन्नू         टॉफी  दूँगी,

जाने        को          उकसाए   दीदी।


मानी           बात      गए    अमराई,

झोली        भर -  भर    लाए दीदी।


बोली      नहीं      बताना    माँ    को,

छुप    -  छुप    अमिया   पाए  दीदी।


गिरे         आम    चखकर  हम बोले,

हमें       न         खट्टा     भाए दीदी।


'शुभम्'      बुलाती         करे  इशारे,

होठों          में          मुस्काए  दीदी।


🪴शुभमस्तु !


21.04.2023◆2.30आ.मा.

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