गुरुवार, 26 मार्च 2020

कोरोना सायली [ सायली ]


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✍ शब्दकार ©
☘ डॉ. भगवत स्वरूप 'शुभम'
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चीनी
शहर वुहान
कोरोना का जनक
जैविक -बम
रूप।

कोरोना
वायरस का
प्रहार घातक है
सावधानी ही
उपचार।

हाथ 
पर हाथ
रखे मत बैठो
बार -बार
धो।

बट्टी
कपूर की
जलाएँ सुबह शाम
अपने घर 
में।

नमक 
मिला पानी 
पोंछा   लगाएं    नित
. नकारात्मक ऊर्जा 
हटेगी।

स्पर्श
नहीं करें
हाथ से अपने
आँख नाक
मुँह।

हराना 
कोरोना को
धैर्य साहस निर्भयता
सबके लिए 
आवश्यक।

प्रबल 
रहे इच्छाशक्ति
दूर  से   नमस्ते 
जोड़ कर 
हाथ।

मिलाएँ
मत हाथ
न करें आलिंगन
कोई भी
परस्पर।

मिलाएँ
मन से 
अपने मन सभी
तन रहे
 दूर।

रोकें
साँस अपनी
बीस सेकिंड भर
न घुटन
खाँसी।

औषधि
एक ही
स्वच्छता बनाए रखें
कोरोना से
बचाव ।

रोग ,
आग , ऋण,
समूल नष्ट करें,
बेहतर है
 यही।

आदमी
भयभीत है
चलता है विपरीत
नहीं यह
रीत।

जाएगा
जो आया
कोरोना का कहर
नहीं रहेगा 
ज़हर।।

💐 शुभमस्तु !

21.03.2020◆7.30 अपराह्न।

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