मंगलवार, 3 मार्च 2020

भाँग पी खेलौ होरी [ कुण्डलिया ]

         

◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆
✍ शब्दकार©
🎊 डॉ. भगवत स्वरूप 'शुभम'
◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆
                     1
होरी    में   गोरी      चली,
लै     पिचकारी       हाथ।
चार  सखी   सँग  में रहीं,
हँस   मुस्काती    साथ ।।
हँस    मुस्काती     साथ ,
गली   में   पकरौ  छैला।
'जौ    तू      डारै      रंग ,
न   छोड़ूँ  तो  कूँ  लैला।।
भावै    'शुभम'    गुलाल ,
लगा   माथे    पै    गोरी।'
'जब   लों    परै    न  रंग,
मजनुआँ    कैसी  होरी।।'

                   2
'होरी   कौ     त्यौहार   है,
गले      मिलिंगे     आज।
आजा    गोरी     पास में,
आजु   रई    चों  भाज।।
आजु    रई     चों  भाज,
दिवानी  बचि कँह  जाबै।
सूखी      छोड़ूँ       नाहिं ,
आजु  हम  रंग  लगावें।।'
स्याम       उठाई     गोद ,
रंग   में      राधा     बोरी।
कुंजगली     के      बीच ,
खेलते    कान्हा   होरी।।

                   3
होरी   खेलति   भौजियाँ,
दिवरा  भाजत       जाएँ।
पोतति    गाल  महावरी ,
करत  नायं     हूँ   नायं।।
करत    नायं     हूँ  नायं,
मसकतीं  गालनु  जातीं।
भरि    मूठी      में     रंग,
स्याम   बालनु  बरसातीं।।
'शुभम'       छूवते    पाँव,
भावती     भौजी   भोरी।
दिवरा     के   सँग  खेलि ,
रई    हैं     भौजी   होरी।।

                  4
होरी  तौ   सिग   खेलते ,
होरी        चोरी      नायं।
गेंदा    खिलतौ   बाग  में ,
पीपर     हू       मुस्कायं।।
पीपर      हू       मुस्कायं,
बनी    में    टेसू     फूलौ।
सरसों    कमर   हिलाय ,
कली   पै   भँवरा  झूलौ।।
'शुभम '    आम    बौराय,
गए      हैं    बगिया  मोरी।
अँगिया      कच्चे      बेल ,
उछंगती   खेलनु   होरी।।

                 5
होरी    आई     भाँग   कूँ,
पीजै     नाक      गड़ाय।
मादकता       माथे    चढ़े,
मस्त    मलंग     बनाय।।
मस्त     मलंग     बनाय ,
रंग        कीचड़    हू  डारै।
एक    भाव       सों   देखि,
गोरिया      कुरता    फ़ारै।।
'शुभम'     छाँड़ि   कें  सूट,
धारि     तन  फ़ाटी   बोरी।
दीखै         दिवरा      जेठ,
भाँग      पी  खेलौ   होरी।।

💐शुभमस्तु !

03.03.2020 ◆1.00अप.

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

किनारे पर खड़ा दरख़्त

मेरे सामने नदी बह रही है, बहते -बहते कुछ कह रही है, कभी कलकल कभी हलचल कभी समतल प्रवाह , कभी सूखी हुई आह, नदी में चल रह...