बुधवार, 17 जनवरी 2024

रामलला की प्राणप्रतिष्ठा● [ सजल ]

 025/2024

 

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● समांत :आम

● पदांत : देखिए।

● मात्राभार :16.

●मात्रा पतन: शून्य।

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●© शब्दकार

● डॉ.भगवत स्वरूप 'शुभम्'

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अवध पुरी  में  राम    देखिए।

मनहर सुबहो- शाम  देखिए।।


आई    है    बाईस   जनवरी,

सजा  अयोध्या धाम देखिए।


तोरण  द्वार  सजे  अति सुंदर,

स्वागत  में हर  आम  देखिए।


घर - घर  में    होगी   दीवाली,

जगती  में    सर  नाम देखिए।


रामलला    की     प्राणप्रतिष्ठा,

दृश्य  भव्य अभिराम   देखिए।


हर्षित हिन्दू   जन नर -  नारी,

वास्तुकला का   काम देखिए।


दुनिया  की  नजरें   भारत पर,

मंदिर  के  दृढ़   खाम  देखिए।


जग में 'शुभम्' राम ही साँचा,

नहीं   भक्ति  में  दाम देखिए।


●शुभमस्तु !


14.01.2024●9.45आ०मा०

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