025/2024
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● समांत :आम
● पदांत : देखिए।
● मात्राभार :16.
●मात्रा पतन: शून्य।
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●© शब्दकार
● डॉ.भगवत स्वरूप 'शुभम्'
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अवध पुरी में राम देखिए।
मनहर सुबहो- शाम देखिए।।
आई है बाईस जनवरी,
सजा अयोध्या धाम देखिए।
तोरण द्वार सजे अति सुंदर,
स्वागत में हर आम देखिए।
घर - घर में होगी दीवाली,
जगती में सर नाम देखिए।
रामलला की प्राणप्रतिष्ठा,
दृश्य भव्य अभिराम देखिए।
हर्षित हिन्दू जन नर - नारी,
वास्तुकला का काम देखिए।
दुनिया की नजरें भारत पर,
मंदिर के दृढ़ खाम देखिए।
जग में 'शुभम्' राम ही साँचा,
नहीं भक्ति में दाम देखिए।
●शुभमस्तु !
14.01.2024●9.45आ०मा०
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