मंगलवार, 3 अगस्त 2021

शिव शंकर की जय बोल 🪦 [बालगीत ]

 

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✍️ शब्दकार ©

🪦 डॉ. भगवत स्वरूप 'शुभम'

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शिव   शंकर   की जय -जय बोल।

आओ       सभी      बजाएँ  ढोल।।


शिव - पत्नी     हैं      गौरी   माता।

जो   भी   मन  से    उनको ध्याता।।

मिलते      हैं     आशीष    अमोल।

शिव   शंकर   की  जय - जय बोल।।


गौरी      माँ      के       राज दुलारे।

गणपति        महासेन      दो प्यारे।।

जानें      मात -  पिता     का  मोल।

शिव   शंकर    की  जय -जय बोल।।


रहते     शिव     कैलाश -  धाम  में।

ध्यान      सदा    प्रभु   श्री  राम  में।।

जपता          है        पूरा     भूगोल।

शिव  शंकर   की  जय - जय बोल।।


प्यारा        वाहन        नंदी   उनका।

बाघम्बर       ही     कपड़ा    तन का।

भस्म          लपेटे      रहते    डोल।

शिव   शंकर   की  जय - जय बोल।।


सिर     पर      गंगा     चंद्र   विराजे।

सर्प     कुंडली     तन   पर   छाजे।।

'शुभम'    भाँग     पीते   नित घोल।

शिव   शंकर   की जय  - जय बोल।।


🪴 शुभमस्तु !


०३.०८.२०२१◆७.४५पत नम मार्तण्डस्य।

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