२०मार्च :विश्व गौरैया दिवस
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✍️ शब्दकार ©
🐥 डॉ. भगवत स्वरूप 'शुभम'
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गौरैया हम सबको प्यारी।
बढ़ा रही गृह - शोभा न्यारी।।
खाती कीट - पतंगे सारे।
कलरव करती साँझ - सकारे।
पंखों पर बादामी धारी।
गौरैया हम सबको प्यारी।।
ऊर्जा भरती वह सकार की।
नहीं बोलती ध्वनि नकार की।
फुर्र -फुर्र उड़ती घर -द्वारी।
गौरैया हम सबको प्यारी।।
पर्यावरण को स्वच्छ बनाती।
ढूँढ़ - ढूँढ़ तिनके वह लाती।
नीड़ बनाती बारी - बारी।
गौरैया हम सबको प्यारी।।
अंडे देती मार्च सितंबर।
चूँ -चूँ कर बच्चे भरते घर।
हम सब देख बजाते तारी।
गौरैया हम सबको प्यारी।।
आओ इसकी जान बचाएँ।
गौरैया का दिवस मनाएँ।
कुदरत की करती रखवारी।
गौरैया हम सबको प्यारी।।
🪴शुभमस्तु
१४.०३.२०२१◆८.१५आरोहणम मार्तण्डस्य।
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