मंगलवार, 9 मार्च 2021

वीणावादिनि - स्तवन🌷🕉️ [ गीत ]

  

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✍️ शब्दकार ©

🕉️ डॉ. भगवत स्वरूप 'शुभम'

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उर  में वीणावादिनि!  आओ।

काव्यामृत नित ही  बरसाओ।


गूँज रही  तव  सुमधुर  वाणी।

कृपा करो माँ जग -कल्याणी।

जग में  नेह - सुधा  बरसाओ।

उर में वीणावादिनि! आओ।।


हंसवाहिनी,     ज्ञानस्वरूपा।

त्रिगुणा, शुभदा , विद्यारूपा।

वन्द्या माँ  वल्लकी  बजाओ।

उर में वीणावादिनि !आओ।।


श्रीप्रदा, वरप्रदा,   रमा   तुम।

विमला, विश्वा,आराधक हम।

भामा !ज्ञानज्योति प्रकटाओ।

उर में वीणावादिनि! आओ।।


सुरवंदिता,  शिवा,  माँ भामा।

कामप्रदा, कांता ,  शुभनामा।

चंद्रवदनि!अघ-ओघ नसाओ।

उर में वीणावादिनि ! आओ।।


चित्राम्बरा,  चंद्रिका ,भारती।

करता है माँ 'शुभम'  आरती।

पद्माक्षी   धी-रश्मि  जगाओ।

उर में  वीणावादिनि!आओ।।


🪴 शुभमस्तु !


०९.०३.२०२१◆९.०० पतनम मार्तण्डस्य।

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