बुधवार, 22 सितंबर 2021

शहीद भगत सिंह 🤺 [ गीत ]


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✍️ शब्दकार ©

☘️ डॉ. भगवत स्वरूप 'शुभम'

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भगत सिंह की अमर शहादत,

करते     भारतवासी    वंदन।

चूम  लिया  फाँसी  का फंदा,

बनी देश की   माटी   चंदन।।


बंगा   ग्राम  जिला  लायलपुर,

में  जन्मा   वह  पूत  देश का।

प्रांत धरा   पंजाब   जन्म  की,

साक्षी थी वह सिक्ख वेश था।

क्रांति  प्रणेता  देशभक्त   वह,

करता है जन- जन अभिनंदन।

भगत सिंह की अमर शहादत,

करते    भारतवासी    वंदन।।


धनी कलम का चिंतक लेखक

पत्रकार   वह   महामना  था।

देशप्रेम   का   लावा   उसकी,

रग-रग में सरि सा उफना था।

नहीं चैन  से   सोता  था  वह,

नहीं फ़िरंगी  लगते  प्रियजन।

भगत सिंह की अमर शहादत,

करते    भारतवासी    वंदन।।


किया  कठिन   विद्रोह  देश में,

 काकोरी   में   लूट   खज़ाना।

नाम  उज़ागर   किया भगत ने, 

निर्भय  वीर सिंह  जग जाना।।

जलियाँवाला    बाग  कांड से,

जलने लगा  देह का कन-कन।

भगत सिंह की अमर शहादत,

करते   भारतवासी     वंदन।।


बिस्मिल  राजगुरू   का साथी, 

भगत सिंह रसगुल्ला प्रिय था।

बड़ा  शौक  फिल्मों  का उसको,

देशप्रेम  रत उसका हिय था।।

उड़ा  दिया   सांडर्स  फेंक बम,

धीर   वीर   भारत  का   है धन।

भगत सिंह की अमर शहादत,

करते    भारतवासी    वंदन।।


स्वर्ण अक्षरों     में   अंकित वह,

 भगत   सिंह का नाम अमर है।

अंतिम  साँसों   तक   जो  जूझा, 

अग्निशिखावत किया समर है।।

साथ  दिया   आज़ाद   वीर ने,

नहीं जानता  है  यह जन- जन।

भगत सिंह की अमर शहादत,

करते    भारतवासी    वंदन।।


🪴 शुभमस्तु !


२२.०९.२०२१◆११.४५आरोहणं मार्तण्डस्य।


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