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✍️विनयावनत ©
🌻 डॉ. भगवत स्वरूप 'शुभम'
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वीणावादिनि मातु शारदे!
अघ-ओघों से त्वरित तार दे।।
वागीश्वरी जगत कल्याणी!
देती हो माँ जग को वाणी।।
शब्दों को नित नई धार दे।
वीणावादिनि मातु शारदे!!
विमला, गिरा, ज्ञानदा माता!
भगवत'शुभम'नित्य ही ध्याता।।
हंसवाहिनी! हमें प्यार दे।
वीणावादिनि मातु शारदे!!
रमा, परा, श्रीप्रदा, भारती!
वसुधे! विमले! करें आरती।।
महाबला, विश्वा उबार दे!
वीणावादिनी मातु शारदे!!
महाफला, त्रिगुणा, माँ शुभदा!
कांता , वंद्या मिटा आपदा।।
शुभ भावों का पुष्प हार दे।
वीणावादिनि मातु शारदे!!
जन्म- जन्म माँ के गुण गाएँ।
तव चरणों में शीश झुकाएँ।।
कल्याणी उर शुभ विचार दे।
वीणावादिनि मातु शारदे!!
🪴 शुभमस्तु !
१८.०१.२०२२◆६.३०
पतनम मार्तण्डस्य।
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