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✍️ शब्दकार ©
👬🏻 डॉ. भगवत स्वरूप 'शुभम'
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रहें दूर ही मास्क लगाएँ।
कोरोना को दूर भगाएँ।।
बार - बार हाथों को धोएँ।
नहीं चिपक कर घर में सोएँ।।
हल्दी , सौंठ दूध में खाएँ।
कोरोना को दूर भगाएँ।।
सुबह उठें नित करें गरारे।
करें गुनगुना पानी सारे।।
सब ही घर के सेंक लगाएँ।
कोरोना को दूर भगाएँ।।
बिना काम बाहर मत जाना।
नहीं किसी को व्यर्थ बुलाना।
नियम बने उनको अपनाएँ।
कोरोना को दूर भगाएँ।।
घर में रखें स्वच्छता सारी।
दूर रहेगी तब बीमारी।।
उत्सव में कम से कम जाएँ।
कोरोना को दूर भगाएँ।।
लापरवाही उचित नहीं है।
वैक्सीन हर जगह यहीं है।।
टीकाकरण सभी करवाएँ।
कोरोना को दूर भगाएँ।।
🪴 शुभमस्तु !
१२.०४.२०२१◆३.००पतनम मार्तण्डस्य।
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