मंगलवार, 6 अप्रैल 2021

मैं चुनाव हूँ! 👨‍👩‍👦‍👦 [ गीत ]

 

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✍️ शब्दकार©

🤓 डॉ. भगवत स्वरूप 'शुभम'

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जिस  धरती  पर  मैं जाता हूँ।

कोरोना  को   मैं लाता   हूँ।।


मैं  चुनाव  हूँ    मुझको  जानें।

मेरी   भी   ताकत   पहचानें।।

नियम  न  कोई  अपनाता हूँ।

कोरोना    को   मैं लाता  हूँ।।


यदि हो मुख पर नहीं मुसीका।

बाल न बाँका हुआ किसी का।।

सेनेटाइजर      हटवाता     हूँ।

कोरोना  को   मैं  लाता     हूँ।।


नियम  न  कोई  अब दूरी का।

रोना  भी क्या   मजबूरी का!!

नेताजी  से     मिलवाता   हूँ।

कोरोना  को  मैं लाता    हूँ।।


रैली    करो  गले  लग जाओ।

लिपट-झपट वोटर समझाओ

बोतल  ,मुर्गा   बँटवाता     हूँ।

कोरोना  को   मैं लाता    हूँ।।


विद्यालय ,  मेलों    में  रहता।

सड़क दुकानों में जो बहता।।

उस विषाणु  को पिटवाता हूँ।

कोरोना   को   मैं लाता   हूँ।।


रोड- प्रदर्शन ?  रोक न कोई।

ट्रैक्टर,  बड़ी    रैलियाँ  बोई।।

भीड़     इकट्ठी    करवाता हूँ।

कोरोना   को   मैं लाता    हूँ।।


🪴 शुभमस्तु !


०६.०४.२०२१◆४.००पतनम मार्तण्डस्य।


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