037/2025
©शब्दकार
डॉ.भगवत स्वरूप 'शुभम्'
सौ में से सौ नम्बर
कोई बना बेलदार
कोई नामी प्लम्बर
मिला नहीं चैंबर।
शहद ढूँढें डिग्रियाँ
चाटनी जो हैं,
तेल ढूँढे डिग्रीधारी
बिकना जो है।
रोज पाए सहस्र एक
मजदूर मिस्त्री,
एम.ए. पी एच.डी.
दो सौ में एक स्त्री।
अँगूठा छाप नेता
आई पी एस अधिकारी,
'जो हुकुम बजा लाऊँ'
शिक्षा एक महामारी।
नम्बरों के रोग से
बीमार छात्र माँ बाप,
योग्यता में गोल अंडा
बुरा न मानें आप।
सौ में से सौ नम्बर तो
कंपटीशन में ज़ीरो,
मोबाइल टीवी के
एक नम्बर हीरो।
शुभमस्तु !
23.01.2025●6.00प०मा०
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