★★★ ★★★★★★★
✍ शब्दकार©
🌳 डॉ. भगवत स्वरूप 'शुभम'
★★★★★★★★★★★★★
एक पेड़ की सुनो कहानी।
मुझे सुनाती मेरी नानी।।
खट्टा -मीठा फल जब खाया।
गुठली को घर पर रखवाया।।
बोया जब बरसा था पानी।
एक पेड़ की सुनो कहानी।।
पपीहा उगा लाल - सा सुंदर।
देख उसे खुश था अपना घर।
कहते थे सब उसको जानी।
एक पेड़ की सुनो कहानी।।
कुछ सालों में बड़ा हो गया।
झकझालर बन खड़ा हो गया
सुनी डाल खग दल की बानी।
एक पेड़ की सुनो कहानी।।
जब वसंत की ऋतु थी आई।
चलने लगी हवा पुरवाई।।
लदे बौर ज्यों छानी तानी।
एक पेड़ की सुनो कहानी।।
छोटे - छोटे गिरे टिकोरे।
गिरे भूमि कुछ हमने तोरे।।
बात हुई है बहुत पुरानी।
एक पेड़ की सुनो कहानी।।
पेड़ आम का वह कहलाया।
पके मधुर -खट्टे फल लाया।।
चूस - चूस खाते जन प्रानी।
एक पेड़ की सुनो कहानी।।
हमें धूप से आम बचाता।
फल का राजा आम कहाता।
कोई नहीं आम का सानी।
एक पेड़ की सुनो कहानी।।
💐शुभमस्तु !
13.05.2020◆6.20 अप.
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