काले गोले बनाने आ गए
बस हो गई शिक्षा
आँख बंद कर गोले बनाओ
यही है शिक्षा!!
काला गोला काला अक्षर
भैंस बराबर काक बराबर
इससे क्या पड़ता है अंतर
यही तो है नवशिक्षा का मंतर।
गोला बनाना सीख गए तो
आधी शिक्षा पूर गए वो
कभी न खोली पोथी अपनी
फिर भी फ़र्स्ट डिवीजन आनी ।
काला गोला बड़ा निराला
सिर्फ इशारे से चल निकला
अन्दर बाहर उलटा तवा
भले बाद में कर दे तबाह।
न कोई फिटकरी ना कोई हर्रा
काला गोला दौड़े सर्रा
यही है काला अक्षर भैंस समान
हाथ उपाधि की तीर कमान।
खुद नहीं आवे गिनती पहाड़े
बन टीचर कक्षा में दहाड़े
काले गोले की ट्रेनिंग पाई
तब मास्टरी की नौकरी हथियाई।
जहाँ से चले वहीं पर पहुँचे
काली परिधि के बड़ बढ़ चर्चे
दिल भी काला मक्कड़जाला
दिखा हेकड़ी गरम मसाला।
"शुभम" श्याम गोले का जादू,
ना मैने पाई तुम्हें मैं क्या दूँ?
लगाय के गोला नौकरी पाई
गोला - शिक्षा सदा सहाई।
💐शुभमस्तु!
डॉ. भगवत स्वरूप"शुभम"
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें