114/2025
©शब्दकार
डॉ.भगवत स्वरूप 'शुभम्'
भीड़ जो कह दे
वही सच है सही है।
आज बहुमत का जमाना
भले वे भेड़ ही हों
अल्पमत को कौन पूछे
तृण पेड़ ही हों
वोट से कुर्सी मिले
यह कम नहीं है।
ज्ञान ग्रंथों में भरा
किस काम का है
ज्ञानियों का झुंड भी
बस नाम का है
दूध में जामन मिला
बनता दही है।
बहुत सारे सड़े आमों में
अकेला आम कोई
कम सड़ा काना बने
सरनाम कोई
बाँह कुर्सी की कसी
जकड़ी गही है।
शुभमस्तु !
24.02.2025● 12.45प०मा०
●●●
[2:51 pm, 24/2/2025] DR BHAGWAT SWAROOP:
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें