रविवार, 10 मार्च 2024

पत ,पति और पत्नी [अतुकांतिका]

 89/2024

            

©शब्दकार

डॉ.भगवत स्वरूप 'शुभम्'


पति में  'पत'

पत्नी में भी 'पत'

पति अर्थात 

'पत'(=प्रतिष्ठा)से(इ=) इत्रित

कहलाया 'पति'।


'पत' में एक अतिरिक्त

 प्रत्यय शब्दांश 'नी'

अर्थात 'ले जाने वाली'

तात्पर्य : 

'पत से इत्रित को ले जाने वाली'

अथवा

'पत को ले जाने वाली',

वही है 'पत्नी'।


पति की पत 

पत्नी के हाथ,

वह न ले जाय

तो 'पति' 

पति नहीं,

क्योंकि 

ले कौन जाए?

इसीलिए पत्नी को

बनाया,सजाया।


किसी एक कुँवारे की

'पत' ही नहीं,

क्योंकि उसकी

कोई पत्नी नहीं,

'ले जाने वाली '( =नी)

 ही  नहीं।


जैविक चुम्बक

बना प्राकृतिक चुम्बक,

सृजित युगल 'दंपती'

अथवा 'दम्पती'

यही कहना सही,

'दम्पति' नहीं,

'दंपति'भी नहीं,

पति - पत्नी का जोड़ा।


शुभमस्तु !


07.03.2024● 9.00प०मा०

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