89/2024
©शब्दकार
डॉ.भगवत स्वरूप 'शुभम्'
पति में 'पत'
पत्नी में भी 'पत'
पति अर्थात
'पत'(=प्रतिष्ठा)से(इ=) इत्रित
कहलाया 'पति'।
'पत' में एक अतिरिक्त
प्रत्यय शब्दांश 'नी'
अर्थात 'ले जाने वाली'
तात्पर्य :
'पत से इत्रित को ले जाने वाली'
अथवा
'पत को ले जाने वाली',
वही है 'पत्नी'।
पति की पत
पत्नी के हाथ,
वह न ले जाय
तो 'पति'
पति नहीं,
क्योंकि
ले कौन जाए?
इसीलिए पत्नी को
बनाया,सजाया।
किसी एक कुँवारे की
'पत' ही नहीं,
क्योंकि उसकी
कोई पत्नी नहीं,
'ले जाने वाली '( =नी)
ही नहीं।
जैविक चुम्बक
बना प्राकृतिक चुम्बक,
सृजित युगल 'दंपती'
अथवा 'दम्पती'
यही कहना सही,
'दम्पति' नहीं,
'दंपति'भी नहीं,
पति - पत्नी का जोड़ा।
शुभमस्तु !
07.03.2024● 9.00प०मा०
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें