गुरुवार, 21 मार्च 2024

शुभम् कहें जोगीरा:28 [जोगीरा ]

 130/2024

           

©शब्दकार

डॉ.भगवत स्वरूप 'शुभम्'


बाबापंती  नेताओं  की  ,  बढ़ीं  देश में    खान।

बचपन में ही मुकुलित होते,शीघ्र बने पहचान।।

जोगीरा सारा रा रा रा


बापू  राम रहीम  बहुत से, राधे   माँ के   नाम।

लाल सुर्खियों में  छाए हैं, छवि निखारता काम।।

जोगीरा सारा रा रा रा


संतति  पढ़ती  लिखी  नहीं जो,बने गेरुआ संत।

कामतंत्र  में  हो  पारंगत,  करे  धर्म का  अंत।।

जोगीरा सारा रा रा रा


बन  जाते  कुछ  नेता  करके, छल बल  अत्याचार।

तेल  लगाकर  बड़भइयों  को, कोरे लट्ठ     गँवार।।

जोगीरा सारा रा रा रा


राम  पाल  नारायण  साईं,   जैसे बहु  प्रतिदर्श।

बना  रहे  हैं  लीक नेह की,कर - कर के  संघर्ष।।

जोगीरा सारा रा रा रा


चारा  क्या  वे देश  खा  रहे, सड़कें पुल  मीनार।

दूध  धुले   वे   रहें सदा ही,देशभक्ति के    द्वार।।

जोगीरा सारा रा रा रा


'शुभम्'    कहें   जोगीरा  देशी, नेता संत   जमीर।

जन्म-जन्म तक अमर रहेगा,सुन लें  आज बधीर।।

जोगीरा सारा रा रा रा


शुभमस्तु !


20.03.2024●8.30प०मा०

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