मंगलवार, 26 दिसंबर 2023

नाम मात्र प्रभु राम ● [ गीत ]

 576/2023

   

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●© शब्दकार

● डॉ.भगवत स्वरूप 'शुभम्'

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शयन सेज को

त्याग प्रथम ले

नाम मात्र प्रभु राम।


बीत गई है

गहन तमिस्रा

तारे   हुए   विलीन।

भोर हुआ है

सूरज निकला

जाग उठे खग पीन।।


एक - एक जन

मिलें परस्पर

कर लें  सभी प्रणाम।


राम - नाम से

श्री गणेश हो

शुभ का कर लें जाप।

अनायास ही

राम उचारें

मिट जाए उर - ताप।।


राम - राम सा

की ध्वनि गूँजे

बने राम - रस धाम।


कुक्कड़ कूँ में

ताम्रचूड़ का

स्वर जपता लय साध।

राम -राम बस

और नहीं कुछ

हरि से   नेह  अगाध।।


श्रुतियों में जो

नाद गूँजता

राम नाम अभिराम।


●शुभमस्तु !


26.12.2023●8.30आ०मा०

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