शनिवार, 30 दिसंबर 2023

राम-कृपा अनमोल ● [ गीत ]

 596/2023

  

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●©शब्दकार

● डॉ.भगवत स्वरूप 'शुभम्'

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कर्म  कृपा  से

मानव जीवन

राम कृपा अनमोल।


अगजग में बस

एक सत्य है

राम - राम बस राम।

सब कुछ त्याग

राम को जप ले

करे  न कोई काम।।


बिना बीज के

उगे न पौधा

सत्य वचन नित बोल।


भक्ति बीज है

राम कृपा का

शेष सकल सब झूठ।

योनि - योनि में

वही उगेगा

अन्य कर्म  से  रूठ।।


तू तो भीतर

बैठा बंदे

बाहर तन का खोल।


ताकझाँक में

दुश्मन बैठे

माया कामिनि काम।

धन दौलत या

कनक खजाना

ऊँचे - ऊँचे धाम।।


राम धाम ही

केवल साँचा

और चाम के ढोल।


● शुभमस्तु !


27.12.2023●9.00 प०मा०

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