रविवार, 29 जून 2025

अंधों का विश्वास न अंधा [बालगीत]

 313 /2025


       


©शब्दकार

डॉ.भगवत स्वरूप 'शुभम्'


अंधों     का     विश्वास    न   अंधा।

खुली    आँख  वालों   का    धंधा।।


ठगे     जा        रहे        भोलेभाले।

देख -  देख   करतब      मत वाले।।

है    मजबूत     इन्हीं    का    कंधा।

अंधों    का    विश्वास     न  अंधा।।


मजबूरी  क्या     कुछ  न   कराए।

ठगे    जा   रहे      निजी   पराए।।

फँसा    गले   में     जीवन   बंधा।

अंधों  का  विश्वास   न      अंधा।।


तंत्र  -  मंत्र     का    झूठ    बहाना।

माला -   माल  ढोंगपन       नाना।।

बचा  न    इनसे      कोई    जिंदा।

अंधों  का     विश्वास   न    अंधा।।


रँगे   वसन     ले     कंठी    माला।

धन दौलत का    नित    घोटाला।।

माथे  तिलक  बड़ा -  सा    बिंदा।

अंधों  का   विश्वास    न    अंधा।।


आओ    इनकी     करें    सफाई।

बनें न    मूरख      लोग - लुगाई।।

बड़ा  कठिन   है    इनका    फंदा।

अंधों    का    विश्वास   न  अंधा।।


शुभमस्तु !


29.06.2025●3.00प०मा०

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