रविवार, 29 जून 2025

गाल बजाना गाली होता [बालगीत]

 307/2025


   


©शब्दकार

डॉ.भगवत स्वरूप 'शुभम्'


गाल       बजाना      गाली    होता।

मुख -  वाणी  का   दूषण     बोता।।


मुख  को   अपने    स्वच्छ    बनाएँ।

दें   न    गालियाँ     गाली     खाएँ।।

गाली     देने        वाला        रोता।

मुख -वाणी     का    दूषण   बोता।।


माँ    बहनों      को   गाली    छूती।

श्लील   कहें     मारें    मत    जूती।।

अपमानित     हो     खाए     गोता।

मुख -वाणी    का  दूषण      बोता।।


शुभ    बोलें    शुभ    ही  बुलवाएं।

कटु    वाणी    से   सहज  बचाएँ।।

काटें    बात     न   बनें      सरौता।

मुख -वाणी     का    दूषण  बोता।।


तेज     बोलना     लगती      गाली।

गोली -  सी   लगती  कर -  ताली।।

मोर   नहीं     पिक     मुर्गा   तोता।

मुख -  वाणी   का   दूषण   बोता।।


आओ  जीभ   स्वच्छ   हम कर लें।

शुभ   उच्चारें     कहीं    विचर  लें।।

खुलता   तब   मुख  - अमृत सोता।

मुख -वाणी   का      दूषण   बोता।।


शुभमस्तु !


29.06.2025●8.30आ०मा०

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