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©शब्दकार
डॉ.भगवत स्वरूप 'शुभम्'
करें मिलावट सेठ कहाएँ।
पुत्र फलें और दूध नहाएँ।।
दुहें दूध पानी की धारा।
दूध बताएँ शुद्ध हमारा।।
भैंस एक की चार गिनाएँ।
करें मिलावट सेठ कहाएँ।।
धनिया लीद मिलाता बनिया।
लाल मिर्च में रँग की कनियाँ।।
बहु मंजिला भवन बनवाएं।
करें मिलावट सेठ कहाएँ।।
नेताओं को चढ़े पुजापा।
तोंद देखकर हाथी काँपा।।
बैठासन पर माल उड़ाएं।
करें मिलावट सेठ कहाएँ।।
इन्हें स्वच्छता से क्या लेना।
भरें तिजोरी अंडे सेना।।
सर्विस वाले मुँह की खाएँ।
करें मिलावट सेठ कहाएँ।।
इन पर रोकटोक क्या करना।
नहीं आयकर भी है भरना।।
सपने में भी कब पछताएं।
करें मिलावट सेठ कहाएँ।।
शुभमस्तु !
29.06.2025●4.00प०मा०
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