गुरुवार, 7 अगस्त 2025

गलतियाँ करते न होंगे [ नवगीत ]



407/2025


     


©शब्दकार

डॉ.भगवत स्वरूप 'शुभम्'


वे बड़े हैं

गलतियाँ  करते न होंगे।


 जन्म से

 इतने बड़े शायद हुए वे

गोद से ही

खा रहे फल कंद  मेवे

कर्म के इतने धनी

 वे छल क्रिया करते न होंगे।


पुण्य ही इतने किए हैं

धन्य हैं वे

हेकड़ी से 

आप ही अनुमन्य हैं वे

पाप की यों

मटकियाँ भरते न होंगे।


फूल झरते हैं सदा

सहस्रों  मुखों से

आग से जलते नहीं

पर के सुखों से

पंक से मन  रिक्त 

फबतियाँ कसते न होंगे।


शुभमस्तु !


07.08.2025●8.45आ०मा०

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[1:54 pm, 7/8/2025] DR  BHAGWAT SWAROOP: 

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