गुरुवार, 4 सितंबर 2025

कुत्ता कहन बन गया गाली [ नवगीत ]

 499/2025

  ©शब्दकार

डॉ.भगवत स्वरूप 'शुभम्'


कुत्ता  कहन 

बन गया गाली।


कौन कहे 

यह  हमको  भाता

जब कुत्ता 

कह- कह गरियाता

नहीं पीटते

तब हम ताली।


कहे मनुज को

मानव कुत्ता

नहीं सुहाता है

अलबत्ता

मानव की यह

भरी दुनाली।


ए कुत्ते

कुत्ते के पिल्ले

जोड़ बात में

ये दुमछल्ले

उठी 

सामने से ज्यों थाली।


शुभमस्तु !


04.09.2025●10.45 आ०मा०

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